उत्तरकाशी।
15 साल पहले सतोपंथ आरोहण के दौरान लापता हुए सेना के जवान के पार्थिव शरीर को कलक्ट्रेट से सैन्य सम्मान के साथ उसके पैतृक गांव भेज दिया गया। सोमवार को डीएम कार्यालय परिसर में 9 बिहार रेजिमेंट ने पार्थिव शरीर को सलामी के साथ गार्ड ऑफ ऑर्नर दिया गया। प्रभारी डीएम गौरव कुमार समेत सैन्य अधिकारियों ने जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किए।
आपको बता दें कि वर्ष 2005 में भारतीय सेना का एक दल स्वर्णिम विजय वर्ष के अवसर पर गंगोत्री हिमालय की सबसे ऊंची चोटी सतोपंथ (7075 मीटर) के आरोहण के लिए गया था। जिसमें दल का एक जवान मिसिंग चल रहा था। बीते 22 सितंबर को सतोपंथ आरोहण के लिए गए एक पर्वतारोही दल को यहां शव के अवशेष मिले। सूचना पर सेना के जवानों ने एकत्रित कर शव को गंगोत्री पहुंचाया और पुलिस को सौंप दिया था।
9 बिहार रेजिमेंट ने बरामद पार्थिव शरीर के वर्ष 2005 में सतोपंथ आरोहण के दौरान लापता हुए नायक अनीश त्यागी पुत्र राजकुमार निवासी मोदीनगर गाजियाबाद उत्तरप्रदेश होने की आशंका जताई थी। उक्त जवान सेना के आरोहण दल का सदस्य था।जो कि आरोहण के दौरान एवलांच में दबने से लापता हो गया था। सेना ने बरामद जवान के पार्थिव शरीर के अवशेषों और उसके सेना के कपड़ों से उसके उक्त जवान होने की आशंका जताई थी।सोमवार को सैन्य सम्मान के साथ नायक अनीश त्यागी के पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑर्नर के साथ पुष्पचक्र अर्पित कर पैतृक गांव भेजा गया।