उत्तरकाशी पोस्ट।
जिला चिकित्सालय में आयुष्मान योजना में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। अस्पताल प्रशासन की ओर से मरीज व तीमारदारों से दवाइयां को बाहर से मंगवाई जा रही है, लेकिन उसका बिल भी आयुष्मान योजना में चढ़ाया जा रहा है।
राज्य सरकार की ओर से अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के कार्ड धारक को 5 लाख तक निशुल्क इलाज की सुविधा दी जाती है। सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह ने बताया कि हृदय संबंधी परेशानी होने पर वह गत बृहस्पतिवार को उन्होंने अपने पिता हजारी सिंह को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। उपचार आयुष्मान योजना के तहत कराया गया,लेकिन अस्पताल प्रशासन ने परिजनों से बाहर से दवाएं मंगवाई थी। साथ ही दवाईयों का पक्का बिल भी मंगवाया था। लेकिन उसका बिल भी आयुष्मान योजना में चढ़ाया गया। इस संबंध में प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीएस रावत का कहना है कि आयुष्मान योजना में तो ऐसा नहीं होना चाहिए। ऐसा हो रहा है तो यह गलत है। इसका पता किया जाएगा।