उत्तरकाशी।
भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने डीएम व एसपी से वार्ता कर आयुष के खिलाफ किए गए मुकदमें में गिरफ्तारी ने किए जाने व मुकदमा वापस लिए जाने की मांग की। साथ ही प्रकरण के दौरान जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
आपको बता दें कि सालरा गांव में अनुसूचित जाति के युवक के साथ पिटाई संबंधी प्रकरण में मंगलवार को भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंजीत नौटियाल सहित अन्य पदाधिकारियों ने उत्तरकाशी पहुंच कर जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला व एसपी अपर्ण यदुवंशी से वार्ता की। मंजीत ने कहा कि मारपीट के पीड़ित अनुसूचित जाति के युवक के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। जिससे पीड़ित परिवार दहशत में है। मंजीत ने कहा कि भीम आर्मी मांग करती है कि पीड़ित की गिरफ्तारी न किए जाने के साथ ही मुकदमा भी वापस लिया जाए। साथ ही जिन लोगों ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया है। उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। यहां बता दें कि उक्त प्रकरण में मंजीत नौटियाल के खिलाफ भी धार्मिक भावनाओं को आहत किए जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज है। मंजीत ने मंदिरों पर बुल्डोजर चलाए जाने का विवादित बयान सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। अपने बयान की सफाई में मंजीत ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया जा रहा है। मंजीत ने कहा कि जिस दरवाजे पर जाति व धर्म के आधार प्रवेश दिया जाता है। वह कोई धार्मिक स्थान नहीं हो सकता है। वार्ता के दौरान भीम आर्मी के प्रदेश प्रदेेश प्रभारी सोनू लाठी, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवेश सुल्तान, प्रदेश प्रवक्ता सुलेमान व प्रदीप चौधरी आदि शामिल थे।