उत्तरकाशी।
विश्व हृदय दिवस बुधवार को जिला महिला अस्पताल में मनाया गया। इस मौके पर अस्पताल के चिकित्सको और अन्य पैर मेडिकल स्टाफ ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में अभिषेक नौटियाल ने हृदय रोग से बचाव के लिए सीपीआर व एईडी डॉफीब्रिल्लाटर का उपयोग किस प्रकार करना है, उसकी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन ने हर साल सितंबर माह के अंतिम रविवार को विश्व हृदय दिवस मनाने की घोषणा की थी, लेकिन वर्ष 2014 से इस खास दिन को मनाने के लिए 29 सितंबर का दिन तय किया गया है। डॉ निकिता नौटियाल ने बताया कि इस दिवस को मनाना आम जन को दिल की बीमारी के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि दिल की बीमारी से सिर्फ हमारा देश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व परेशान है।
इससे पूर्व मुख्य अतिथि प्रमुख अधीक्षक डॉ एसडी सकलानी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा की आधुनिकता और पश्चिमी संस्कृति हमें हृदय रोगों के तरफ ले जा रही है, उन्होंने कहा की विश्व में 40% आबादी मोटापे, शुगर, हाइपरटेंशन व हृदय रोगों से ग्रसित है। उन्होंने कहा की रोज हृदय के प्रतिरक्षा के लिए व्यायाम करना व रोज पैदल चलना जरूरी है। इससे 80 फीसदी रोगों को आहार और जीवनशैली में बदलाव के साथ रोका जा सकता है। इस मौके पर डॉ सुबैग सिंह, डॉ बीएस रावत, डॉ प्रेम पोखरियाल, डा मेहा पांगती आदि मौजूद रही।