उत्तरकाशी।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी.किशन रेड्डी ने जनपद के सीमांत गांवों हर्षिल, मुखबा आदि भ्रमण किया। उन्होंने कहा कि सीमांत गांव के लोग देश की सीमाओं के प्रहरी है। उन्होंने होम स्टे के लिए ऋण स्वीकृति में आने वाली अड़चनों को दूर करने के साथ ही मुखबा को आध्यात्मिक व पर्यटन ग्राम घोषित करने का भरोसा दिलाया।
केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री जी.किशन रेेड्डी ने यहां केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा की। मुखबा गांव में आयोजित जनसभा में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीमांत के लोग देश की सीमाओं के स्वाभाविक प्रहरी हैं, उन्हें सशक्त बनाकर देश को अधिक मजबूत और सुरक्षित बनाया जा सकता है। उन्होके कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत देश के 600 से भी अधिक सीमांत गांवों के त्वरित विकास और स्थानीय निवासियों के कल्याण पर काम किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने मुखवा गांव को आध्यात्मिक व पर्यटन ग्राम घोषित करने पर विचार करने व होम स्टे के लिए ऋण स्वीकृति में आने वाली अड़चनों को दूर करने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर डीएम अभिषेक रूहेला, एसडीएम सीएस चौहान, डीएफओ पुनीत तोमर, सीएमओ डॉ.आरसीएस पंवार, डीईओ पदमेंद्र सकलानी, पर्यटन अधिकारी जयपाल चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र राणा, गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, सचिव सुरेश सेमवाल, ग्राम प्रधान शिवकला, दिनेश सिंह आदि रहे।