उत्तरकाशी।
मुख्य वन संरक्षक वनाग्नि एवं आपदा प्रबन्धन निशांत वर्मा ने उत्तरकाशी पहुँचकर विभिन्न रेंजों में क्रू स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने नियमित रूप से फायर ड्रील, फायर लाइन, मोटर मार्ग व पैदल बटिया के किनारे गिरे हुए पिरूल की सफाई करने के वन कर्मियों को निर्देश दिए।
उन्होंने क्रू स्टेशन के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान व वन सरपंचों के सहयोग से वनाग्नि नियंत्रण के लिए जागरूकता अभियान चलाने के विभाग के अफसरों को निर्देश दिए।
तीन दिवसीय दौरे के दौरान मुख्य वन संरक्षक निशांत वर्मा ने बाड़ाहाट, धरासू, डुंडा, कुटेटी, मानपुर, बन्दरकोट, गंगोरी व मनेरी मॉडल क्रू स्टेशन का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने क्रू स्टेशन में वनाग्नि के नियंत्रण के लिए उपयोग किये जाने वाले उपकरणों का निरीक्षण किया। इस मौके पर मुख्य वन संरक्षक निशांत वर्मा ने चकोन पिरूल जनरेशन एवं ब्रेकेटिंग प्लांट का निरीक्षण किया। मुख्य वन संरक्षक वर्मा ने निम के निकट वनाग्नि से प्रभावित वन क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर वन कर्मियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये।
इस मौके पर डीएफओ पुनीत तोमर,डीएलएम हेतराम, वन क्षेत्राधिकारी रवीन्द्र पुण्डीर, प्रदीप विष्ट,पूजा चौहान,संजय कुमार व शंकरानन्द आदि मौजूद रहे।