उत्तरकाशी।
डुंडा प्रखंड के जेमर गांव में स्कूल बंद प्रकरण मामले में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने दिवाली के बाद गैरहाजिर चल रहे प्रधानाध्यापक समेत चार शिक्षकों को निलंबितकर दिया है। चारों शिक्षकों को अलग-अलग विकासखंडों में उपशिक्षाधिकारी कार्यालय से संबद्घ किया गया है। पूरे मामले की विस्तृत जांच के लिए उपशिक्षा अधिकारी डुंडा हर्षा रावत को जांच अधिकारी नियुक्त किया किया है।

उच्च प्राथमिक विद्यालय जेमर में दीपावली के अवकाश के बाद भी शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे थे। गत शनिवार को जब छात्र अंग्रेजी का पेपर देने विद्यालय पहुंचे तो यहां कोई शिक्षक मौजूद नहीं था। जिससे छात्र बिना पेपर दिए ही वापस लौट गए। वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने विद्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया था। आज सोमवार को जिला शिक्षाधिकारी बेसिक पदमेंद्र सकलानी विद्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने घटना की जानकारी ली। शिक्षकों के विद्यालय न पहुंचने व परीक्षा न होने की बात सत्य पाए जाने पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक दुर्ग लाल खनेड़ी, शिक्षक दिनेश चमोली, गंगेश्वर परमार व शिक्षिका सुशीला बहुगुणा को निलंबित कर दिया गया। उक्त चारों शिक्षकों को अलग-अलग में उपशिक्षा अधिकारी कार्यालय संबद्घ किया गया है। फिलहाल विद्यालय संचालन के लिए समीप वर्ती विद्यालयों से तीन शिक्षकों को उच्च प्राथमिक विद्यालय जेमर में व्यवस्था के तौर पर भेजा गया है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहना है कि उक्त चारों शिक्षकों के खिलाफ आरोप पत्र तय किए गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक पदमेंद्र सकलानी ने बताया कि अवकाश पूरा होने के बाद भी शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे थे और छात्रों की परीक्षा नहीं हो पाई। उक्त दोनों तथ्य सत्य पाए गए हैं। जिस आधार पर प्रधानाध्यापक सहित चारों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। पूरे प्रकरण की जांच के लिए उप शिक्षा अधिकारी डुंडा को नामित किया गया है।