उत्तरकाशी।
उच्च हिमालय के सबसे कठिन लम्खागा-छितकुल दर्रे को 9 सदस्य भारतीय पर्यटकों के दल ने सफलता पूर्वक पार किया।
हिमालयन हाईकर्स के माध्यम से पंजाब, चंडीगढ़, बंगाल, केरल व कर्नाटक के पर्यटकों का 9 सदस्यीय दल समुद्रतल से 5320 मीटर की ऊंचाई वाले लम्खागा- छितकुल दर्रे के लिए निकला था, दल में शामिल पर्यटक बीते 31 मई को हर्षिल से 60 किमी लंबे छितकुल दर्रे के लिए रवाना हुये। दल में शामिल पर्यटकों ने पहला बैस कैंप लाल देवता, दूसरा क्याराकोटी, तीसरा सूखताल व चौथा लम्खागा में लगाया।
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पांचवा बैस कैंप लम्खागा में लागकार सोमवार को दल में शामिल सदस्या सुरक्षित छितकुल हिमाचल पहुंचे।
हिमालयन हाईकर्स सांकरी के चैन सिह रावत ने बताया कि लम्खागा-छितकुल दर्रे को सात दिन में सफलता पूर्वक पार किया है।
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दल में देश के विभिन्न प्रान्तों से 9 पर्यटक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दर्रे को पार करते समय रास्ते कई रमणिक स्थल है, क्यारकोटी सबसे खूब पर्यटक स्थल है। पर्यटक दल में गाइड त्रिपेन रावत व कमलेश रावत समेत टोटल 26 सदस्य शामिल थे।