उत्तरकाशी पोस्ट, नई दिल्ली।
चीफ जस्टिस यूयू ललित ने सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठ जज धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ को अगला मुख्य न्यायाधीश बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया है।

यदि केंद्र प्रस्ताव को स्वीकार करता है, तो 50 वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस चंद्रचूड़ का कार्यकाल 10 नवंबर, 2024 तक रहेगा। साथ ही,वह भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में पहले शख्स बन जाएंगे जिनके पिता भी देश के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। सीजेआई ललित आगामी 8 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
रामजन्म भूमि फैसले में भी शामिल रहे, जस्टिस चंद्रचूड़
सबरीमाला मंदिर में प्रवेश के लिए सभी महिलाओं के अधिकार को बरकरार रखने वाली पीठ में बहुमत के पक्ष में थे। रामजन्मभूमि पर फैसला सुनाने वाले पांच जजों की पीठ के चंद्रचूड़ भी सदस्य थे।
पिता सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्य न्यायाधीश रहे
जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ 2 फरवरी, 1978 से 11 जुलाई, 1985 तक भारत के 16वें मुख्य न्यायाधीश रहे थे। भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनके नाम सबसे लंबे कार्यकाल का रिकॉर्ड है।