उत्तरकाशी।
डुंडा के रनाड़ी गांव में भव्य कलश यात्रा के साथ धनारी व बरसाली क्षेत्र के आराध्य कच्चड़ू देवता का धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गया है। तीन दिनों तक चलने वाले धार्मिक अनुष्ठान के दौरान अस्तल व रनाड़ी गांव के ग्रामीण कच्चड़ू देवता की नवनिर्मित डोली की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही भव्य पूजा अर्चना करेंगे।
मंगलवार को धनारी पट्टी के रनाड़ी गांव में अस्तल व रनाड़ी गांव के ग्रामीणों ने कच्चड़ू देवता की नवनिर्मित डोली के साथ गंगा तट से लेकर गांव तक भव्य कलश यात्रा निकाली। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हुए। इसके बाद गांव की थात पर देवता की डोली की प्राण प्रतिष्ठा के लिए धार्मिक अनुष्ठान विशेष पूजा अर्चना के साथ प्रारंभ हुआ। रनाड़ी व अस्तल गांव के ग्रामीणों ने इस बार संयुक्त रुप से चंदा एकत्रित कर आराध्य कच्चड़ू देवता की पौराणिक डोली को नया स्वरूप देकर नव निर्माण कराया है। गांव में तीन दिनों तक चलने वाले धार्मिक अनुष्ठान का आगामी 23 फरवरी को विशाल भंडारे के साथ समापन होगा। इस मौके पर आराध्य कचड़ू देवता की नवनिर्मित डोली धार्मिक अनुष्ठान में शामिल अस्तल, रनाड़ी, भकड़ा, हिटाणू समेत दर्जनों गांव के ग्रामीणों को सुख समृदि का आशीर्वाद देगी।