उत्तरकाशी।
प्रदेश में पीएम मोदी को पूर्ण बहुमत का आशीर्वाद मिलने के बाद भी सीमांत जनपद उत्तरकाशी में जनता के लिए मुफ्त राशन के नाम सड़े गले चावल भेजे जा रहे हैं। बड़कोट में सरकारी गोदाम में निशुल्क खाद्यान्न के नाम पर सड़े-गले चावल पहुँचे हैं। चार ट्रकों में आए 1200 बोरों में सड़े-गले चावल देख लोग हैरान हैं। एसडीएम शालिनी नेगी ने नायब तहसीलदार को जांच के निर्देश दिए। जिसके बाद नायब तहसीलदार ने ट्रकों की जांच कर चावल के सैंपल भरे हैं। सड़े-गले चावल की जांच और सैंपलिंग की कार्रवाई से खाद्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। यमुनाघाटी के विभिन्न खाद्यान्न गोदामों में विकासनगर स्थित मुख्य भंडार से सरकारी सस्ते गल्ले के अनाज की सप्लाई होती है। स्थानीय लोगों ने सड़े गले चावल मिलने की जांच कर घालमेल करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। प्रभारी जिला पूर्ति अधिकारी मुकेश सोनी का कहना है कि भारतीय खाद्य निगम खाद्यान्न की खरीद करता है। बाद में विपणन शाखा के सीनियर मार्केटिंग इंस्पेक्टरों के गोदामों से हमें खाद्यान्न मिलता है। कहां पर गड़बड़ी हुई है, यह जांच के बाद ही पता चल चावल आए हैं तो उन्हें नहीं उतारा पायेगा।
नितिन चंद रमोला
संपादक