देहरादून। उत्तराखण्ड में बारिश का दौर फिर शुरू हो गया है। मौसम विभाग की मानें तो आज प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में झमाझम बारिश हो सकती है। इसको लेकर मौसम विभाग ने आज और कल पांच जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। इस दौरान नैनीताल, पौड़ी, चंपावत, बागेश्वर व पिथौरागढ़ में भारी बारिश होने के साथ ही कुछ इलाकों में गरज के साथ तेज बौछार पड़ सकती हैं। उधर बारिश के चलते पहाड़ों पर सफर खतरनाक साबित हो रहा है। सोमवार को उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्रह्मखाल-सिल्क्यारा के बीच सुबह करीब दस बजे ब्रह्मखाल से बड़कोट की ओर जा रही कार भूस्खलन से गिरे बोल्डर की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गई। शुक्र यह रहा कि कार में बैठे चालक सहित एक अन्य व्यक्ति की जान बाल-बाल बच गई। अन्य वाहन चालकों व स्थानीय व्यक्तियों ने क्षतिग्रस्त कार को भूस्खलन जोन से बाहर निकाला। सोमवार को प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश से राहत रही, लेकिन पहाड़ों में जगह-जगह सड़क पर मलबा आने का सिलसिला जारी रहा। प्रमुख मार्गों पर टीमें मलबा हटाकर आवाजाही सुचारू कराने में जुटी रहीं। बीते दिनों हुई भारी बारिश से कई मार्ग क्षतिग्रस्त हैं। कई जगह आवश्यक वस्तुओं के लिए ग्रामीणों को मीलों की दूरी पैदल नापनी पड़ रही है। रविवार रात और सोमवार सुबह हुई बारिश के कारण उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिल्क्यारा के पास भारी भूस्खलन हुआ है। इस स्थान पर दोपहर 12 बजे से तीन घंटे तक राजमार्ग बंद रहा। वहींए गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन के कारण सुक्की के पास दोपहर पौने 12 बजे से करीब पांच घंटे तक बंद रहा। टिहरी जिले में पिछले दिनों हुई बारिश से 11 ग्रामीण सड़कें बंद पड़ी हैं। उधर, कुमाऊं मंडल के बागेश्वर जिले में अतिवृष्टि से तीन मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। कनस्यारी व पंद्रहपाली गांव के दस लोग बेघर हो गए हैं। पिथौरागढ़ जिले में एक दर्जन मार्ग अभी भी बंद हैं। चीन सीमा से लगे क्षेत्रों में रहने वालों की दुश्वारियां बढ़ रही हैं।
नितिन चंद रमोला
संपादक