उत्तरकाशी।
यमुनोत्री हाईवे के चौड़ीकरण के कारण ब्रह्मखाल-महिडांडा पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने से छह गांव के ग्रामीण परेशान हैं। आज शुक्रवार को ग्रामीणों ने डीएम अभिषेक रुहेला को ज्ञापन देकर बताया कि पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण छह गांव के ग्रामीणों के साथ ही स्कूली बच्चों को रोजाना जोखिम भरी आवाजाही करनी पड़ रही है। उन्होंने जिला प्रशासन से शीघ्र क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग के निर्माण की मांग उठाई।
ब्रह्मखाल क्षेत्र के जसपुर, डांग, ओल्या, सरतली, माडियांसारी, व मसून गांव ग्रामीण शुक्रवार को प्रधान सूरजमणि के नेतृत्व में कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने डीएम ज्ञापन देकर अवगत कराया कि यमुनोत्री हाईवे के चौड़ीकरण से ब्रह्मखाल- महिडांड पैदल मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। मार्ग क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों के साथ साथ रोजाना स्कूल जाने वाले छोटे-बड़े बच्चे जोखिम के साथ आवाजही कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि एनएच की एजेंसी रानी कंस्ट्रक्शन ने इस जगह पर हाईवे का चौड़ीकरण कर ब्लैक टॉप कर दिया है, लेकिन ग्रामीणों के पैदल पुस्तैनी रास्ते को बनाना छोड़ दिया है। जिसके चलते ग्रामीणों के मवेशी का आवागमन भी इस रास्ते से लंबे समय से बंद है। ग्रामीणों ने कहा रानी कंस्ट्रक्शन से क्षतिग्रस्त पैदल रास्ते को बनाने की मांग की जा रही है। लेकिन कंपनी बड़े अधिकारी ग्रामीणों की उक्त मांग को लगातार नजर अंदाज कर रहे हैं। ग्रामीणों ने शीघ्र क्षतिग्रस्त ब्रह्मखाल- महिडांडा मार्ग 15 दिन के अंदर नहीं बनाए जाने पर उग्र धरना-प्रदर्शन व यमुनोत्री हाईवे पर चक्का जाम लगाने की चेतावनी दी। ज्ञापन देने वालो में दीपेंद्र कुमार, महावीर रावत, संतोषी देवी, मंजू अवस्थी, सपना आदि मौजूद रहे।
