उत्तरकाशी।
नगर पालिका क्षेत्र में मांस की दुकानें बंद होने के बावजूद भी बाजार व आस-पास के क्षेत्र में अवैध रूप से मांस की बिक्री की जा रही है। जबकि पालिका ने करीब एक माह से दुुकानों को बंद किया है। उत्तरकाशी नगर में टिहरी, चंबा व ऋषिकेश गाडियों में भरकर मांस पहुंच रहा है।
पालिका प्रशासन का कहना है कि क्षेत्र में किसी भी दुकान को लाइसेंस निर्गत नहीं किया गया है। बंद दुकानों पर प्रतिदिन नजर रखी जा रही है। उत्तरकाशी पालिका के एक्ट में मांस की दुुकानों को लाइसेंस निर्गत करने का प्रावधान नहीं है।
इसलिए पालिका की ओर से पालिका क्षेत्र में किसी भी मांस विक्रेता को लाइसेंस निर्गत नहीं किया गया है। बावजूद इसके पालिका क्षेत्र में मीट मांस की कई दुकानें संचालित हो रही हैं। सभी दुकानें भागीरथी नदी से 500 मीटर के दायरे में भी हैं। करीब एक माह पूर्व पालिका प्रशासन ने पालिका क्षेत्र में संचालित हो रही सभी दुकानों को बंद करवा दिया। दुकानों पर निगरानी रखने के लिए पालिका ने दो कर्मचारियों को जिम्मेदारी भी दी है। जो प्रतिदिन दुकानों के बंद होने का प्रमाण पत्र तहसील प्रशासन को दे रहा है। बावजूद इसके शहर में जमकर मीट मांस की बिक्री हो रही है। कुछ लोगों का कहना है टिहरी, चंबा व ऋषिकेश आदि शहरों से गाडियों में भरकर उत्तरकाशी नगर में पहुंच रहा है।वहीं प्रशासन का कहना है कि शहर क्षेत्र में मांस की दुकानें बंद कराई गई हैं। किसी भी दुकान को लाइसेंस निर्गत नहीं है। मांस कहा से लाया जा रहा है, जानकारी जुटाई जाएगी।
नगर पालिका बाड़ाहाट के अधिशासी अधिकारी यूडी तिवारी ने बताया कि पालिका क्षेत्र में किसी भी दुकान को लाइसेंस नहीं दिया गया है। अधिकांश दुकानें नदी से 500 मीटर के दायरे में भी थी। सभी दुकानों को बंद करा दिया गया है। मांस की आपूर्ति के संबंध में जानकारी जुटाई जाएगी।