उत्तरकाशी।
गंगोत्री नेशनल पार्क की नेलांग घाटी में शीतकाल में हर वर्ष हिम तेंदुए की चहलकदमी कैमरे में कैद हो रही है। घाटी में स्थित पागल नाले के पास हिम तेंदुए की गतिविधि को बीआरओ के मेजर ने अपने कैमरे में कैद किया।
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गंगोत्री नेशनल पार्क हिम तेंदुओं का प्राकृतिक घर है। यहां करीब 35 से ज्यादा हिम तेंदुए होने का अनुमान है। समय-समय पर कैमरे में कैद होने वाले हिम तेदुओं से भी इस बात का प्रमाण मिला है। बीते साल दिसंबर माह में भारतीय वन्यजीव संस्थान टीम की सदस्य डा.रंजना पाल ने नेलांग घाटी में हिम तेंदुए को पहली बार अपने कैमरे में कैद किया था। जो कि संस्थान की टीम के साथ यहां ट्रेप कैमरे लगाने पहुंची थी। अब इस साल पहली बार फरवरी अंत में बीआरओ के मेजर बीनू वीएस ने घाटी में ही पागलनाले के पास बर्फबारी में चहलकदमी करते हिम तेंदुओं को अपने कैमरे में कैद किया। यहां वन्यजीव संस्थान ने नेलांग घाटी में नेलांग व जादूंग क्षेत्र में जहां 65 ट्रैप कैमरे लगाए हैं। वहीं गंगोत्री नशनल पार्क प्रशासन ने भी नेलांग घाटी सहित केदारताल, गोमुख ट्रैक, भैंरोघाटी आदि क्षेत्रों में 40 ट्रैप कैमरे लगाए हैं। एक अप्रैल को पार्क के गेट खुलने के बाद इन कैमरों को निकाला जाएगा। जिससे शीतकाल में हिम तेंदुओं की गतिविधियों का पता चलने की उम्मीद है।
गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक आरएन पांडेय ने बताया कि बीआरओ के मेजर बीनू वीएस ने अपने कैमरे में हिम तेंदुए की गतिविधि कैद की है। यह दर्शाता है कि पार्क क्षेत्र हिम तेंदुओं के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। ट्रैप कैमरे निकाले जाने के बाद शीतकाल में हिम तेंदुओं सहित अन्य वन्यजीवों की गतिविधि पता चलने की उम्मीद है।