उत्तरकाशी।
उत्तराखंड राज्य का यह सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि यहां छोटी सी नौकरी और चाकरी के लिए सबसे बड़ा भर्ती घोटाला जांच की आंच में है,

अगर जांच सही दिशा में चली तो कही नेताओं और अधिकारियों के चेहरे बेनकाब होंगे, शर्म की बात यह है कि यहां पीआरडी में रोजगार लगाना भी नेताओं और अधिकारियों ने अपना अधिकार समझा है,आज भी नेता और अधिकारी उसी तर्ज पर चल रहे हैं, विधानसभा तो एक बड़ी..?? जहां 70 विधायक बैठते है,उसका विवेकाधीन भी है, लेकिन विडंबना है..पीआरडी में किस विधायक,किस नेता और किस अधिकारी का विवेक बनता है..??? इस पर भी जांच होनी जरूरी है, इसलिए माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी इस जांच की आंच को सीबीआई को सौंप दो.. उत्तराखंड तो सिर्फ सपना था कुछ लोगो का कहना है कि उससे बढ़िया आमजन के लिए यूपी ही ठीक था,