उत्तरकाशी।
डीकेडी ग्लेशियर क्षेत्र में चले रेस्क्यू अभियान सेना के सेंटर कमांड लखनऊ के डॉग स्क्वायड में तैनात इंद्रा और रजिया ने भी अहम भूमिका निभाई। पांच दिनों तक 17 हजार फीट की ऊंचाई पर चले रेस्क्यू अभियान के दौरान इन दोनों ने 4 शवों को तलाश किया। इंद्रा और रजिया ऐसे कई रेस्क्यू अभियानों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर चुके हैं।

डीकेडी ग्लेशियर क्षेत्र में एवलांच की चपेट में आने से 29 पर्वतारोही लापता हो गए थे। विगत 6 अक्तूबर से घटना स्थल पर इन लापता पर्वतारोहियों के तलाश के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। रेस्क्यू अभियान में हाई एल्टीट्यूड वार फेयर स्कूल गुलमर्ग, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, सेना, वायु सेना एनडीआरएफ व निम के जवान जुटे हुए हैं। इन सभी के साथ दो महत्वपूर्ण साथी भी हैं, जिनकी उम्र 5 व 6 साल हैं। इनकी उम्र तो छोटी है, लेकिन पूरे रेस्क्यू अभियान में भूमिका महत्वपूर्ण रही है। 5 साल के इंद्रा व 6 साल की रजिया ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर करीब 5 दिनों तक रेस्क्यू में भाग लिया और 4 शवों की भी तलाश किया। इंद्रा और रजिया आर्मी की सेंटर कमांड लखनऊ में डॉग स्क्वायड में तैनात हैं। जो यहां रेस्क्यू के लिए पहुंचे हैं। इंद्रा के हैंडलर लांस नायक प्रभुदास व रजिया के हैंडलर लांस नायक शुभंकर पाल ने बताया कि दोनों जन्म से ही सेना में हैं। दोनों अब तक कई रेस्क्यू अभियान में भाग ले चुके हैं। डोकरानी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में रेस्क्यू के दौरान दोनों पांच से छह घंटे तक काम करते थे। इंद्रा (मेल) और रजिया (फीमेल) दोनों लेब्राडोर प्रजाति के हैं। बीते मंगलवार को इंद्रा व रजिया वायु सेना के हैलीकाप्टर से मातली हैलीपैड पहुंचे। वह अभी कुछ दिनों तक तेखला स्थित सेना के कैंप में रहेंगे। संभावना है कि आवश्यकता पड़ने पर इन्हें फिर घटना स्थल पर भेजा जाएगा।
सबसे समझदार प्रजाति का कुत्ता माना जाता है लेब्राडोर
लेब्राडोर प्रजाति के कुत्तों को सबसे समझदार माना जाता है। इनकी सबसे प्रमुख विशेषता यह है कि इनकी सूंघने की शक्ति सबसे अधिक होती है।

एयरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेटशन की रखवाली में भी इन्हें तैनात किया जाता है। बताते हैं कि मुंबई बम ब्लास्ट घटना के दौरान भी लेब्राडोर प्रजाति की रानी नामक मादा स्वान ने करीब 300 लोगों की जान बचाई थी। लेब्राडोर प्रजाति के कुत्ते विनम्र व वफादार होते हैं। इनकी यही विशेषता इन्हें अन्य कुत्तों से अलग रखती है।