–रिंगाली देवी मंदिर में जाड़ समुदाय की महिलाओं ने नृत्य रहा आकर्षण का केंद्र।
–भोटिया समुदाय के लोगों ने आटे की अनूठी होली खेलकर सुख समृद्धि की कामना की
उत्तरकाशी।
वीरपुर डुंडा में चार दिन से चल रहा लोसर पर्व रिंगाली देवी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना एवं घरों पर मंत्र लिखे नए झंडे चढ़ाने के साथ संपन्न हुआ। रिंगाली देवी मंदिर परिसर में पारंपरिक परिधानों में सजी जाड समुदाय की महिलाओं की भजन संध्या और नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। विश्वनाथ मंदिर के महंत अजय पूरी वीरपुर गाँव पहुँचकर समुदाय के लोगों को लोसर पर्व की शुभकामनाएं दी।
बौद्ध पंचांग के अनुसार नए साल के स्वागत में जाड भोटिया समुदाय द्वारा लोसर पर्व मनाया जाता है। मेले की शुरुवात के पहले दिन चीड़ के छिलकों से बनी मशालें जलाकर समुदाय के लोगों ने दीपावली मनाते हैं। आज भोटिया समुदाय के लोगों ने आटे की अनूठी होली खेलकर सुख समृद्धि की कामना की।
इस दौरान भोटिया समुदाय के लोगो ने पौराणिक परंपरा के अनुसार घरों पर लगे पुराने झंडे उतारकर मंत्र लिखे नए झंडे चढ़ाए। इस मौके पर नकुल भोटिया,अशोक खांपा, मदन खांपा,कपूर खांपा व सुभाष खांपा आदि मौजूद रहे।
उधर, जाड़ समुदाय के लोग रिंगाली देवी के मंदिर में एकत्र हुए। यहां रिंगाली देवी की पूजा-अर्चना करने के साथ ही हरियाली और प्रसाद चढ़ाया गया। पारंपरिक परिधानों में सजी समुदाय की महिलाओं ने भजन संध्या की प्रस्तुति से भक्ति पूर्ण माहौल बना दिया। इसके बाद समुदाय के लोगो ने रिंगाली देवी की डोली के साथ रांसो एवं तांदी नृत्य कर अपनी समृद्ध संस्कृति की झलक प्रस्तुत की।
इसके जाड़ समुदाय के लोगो ने अपने घरों पर रिंगली देवी झंडे स्थापित किये। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विश्वनाथ मंदिर महंत अजय पूरी ने कहा कि पारंपरिक मेले एवं अनुष्ठान हमारी समृद्ध संस्कृति की पहचान हैं। इनका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है।
इस मौके पर सेवकराम भण्डारी, पूर्व प्रधान नारायण सिंह नेगी, जसपाल रावत, भवान सिंह राणा, रणजौर भण्डारी,एसडीएम बंसीलाल राणा, गोपाल नेगी व गोपाल भण्डारी आदि मौजूद रहे।