– शासन से मिले निर्देश, पीआरडी से प्रशिक्षण प्राप्त लोगों को दें प्राथमिकता
उत्तरकाशी।
पीआरडी के माध्यम से विभिन्न विभागों में लगे कर्मियों की छंटनी होगी। अधिकांश कर्मी बिना प्रशिक्षण प्राप्त किए सिफारिशों से तैनात हैं। लेकिन अब शासन ने निर्देश जारी किए हैं कि पीआरडी से प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्तियों को ही विभिन्न विभागों में प्राथमिकता के आधार तैनाती दी जाएगी।
जनपद उत्तरकाशी के विभिन्न विभागों में 200 कर्मियों की तैनाती पीआरडी के माध्यम से की गई है। बताया जा रहा है कि इनमें से करीब 100 कर्मी ऐसे हैं जिन्होंने पीआरडी का 21 दिनों का प्रशिक्षण भी नहीं लिया है। जबकि तैनाती के लिए यह प्रशिक्षण आवश्यक है। लेकिन पीआरडी में अधिकांश तैनाती माननीयों की सिफारिशों मात्र एक फोन पर हुई है। जिससे पीआरडी प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्ति रोजगार से वंचित है। स्थिति यह है कि कई विभागों के निदेशालयों से भी जनपद में पीआरडी से तैनाती के लिए सिफारिशें आती हैं। इसके अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी पीआरडी से अपने चेहतों को तैनाती देने का दबाव जिला प्रशासन पर रहता है। लेकिन अब ऐसे सिफारिशी पीआरडी कर्मियों की छंटनी होगी। कुछ माह पूर्व शासन से निर्देश जारी हुए हैं। जिसमें पीआरडी का 21 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता के आधार पर तैनाती दिए जाने की बात कही गई है। संभावना जताई जा रही है कि नए वित्तीय वर्ष में छंटनी कर दी जाएगी।
इसलिए है पीआरडी पहली पंसद
पीआरडी से तैनाती सबकी पहली पसंद रहती है। क्योंकि यहां मानदेय 17 हजार मिलता है। यदि कोई विभाग अपने स्तर से कर्मियों को रखता है तो इसके लिए कुशल, अर्द्घ कुशल व अकुशल श्रेणी तय होती है। जिनका मानदेय भी अलग-अगल होता है। जबकि पीआरडी में ऐसा नहीं है। यहां सबका मानदेय 17 हजार नियत है। इसीलिए जनप्रतिनिधि भी अपने चेहतों को पीआरडी के माध्यम से ही विभिन्न विभागों में तैनाती दिलाते हैं।
लॉ एंड आर्डर में सहयोग होता है पीआरडी का कार्य
प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) का मुख्य कार्य लॉ एंड आर्डर में सहयोग करना है। इन कर्मियों को प्रशिक्षण के साथ वर्दी भी दी जाती है। लेकिन वर्तमान में लैब टैक्नीशियन, कंप्यूटर ऑपरेटर जैसे पदों पर भी इनकी तैनाती की जा रही है। कोरोना काल में तो एक डाक्टर की तैनाती भी पीआरडी के माध्यम से की गई थी।
जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय प्रताप भंडारी ने बताया 21 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को ही प्राथमिकता के आधार पर तैनाती दिए जाने के निर्देश शासन से मिले हैं। जिनका पालन किया जाएगा। जनपद में करीब 200 लोग ऐसे हैं जिन्होंने 21 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।