उत्तरकाशी। इको सेंसटिव जोन की मॉनीटरिंग कमेटी ने नाल्ड कठूड़ क्षेत्र के स्याबा मोटर मार्ग का निरीक्षण किया। उक्त मोटर मार्ग निर्माण पर वर्ष 2020 में रोक लगा दी गई थी। ग्रामीण लंबे समय से सड़क निर्माण कार्य पूर्ण किए जाने की मांग कर रहे थे।
ईको सेंसटिव जोन की मॉनीटरिंग कमेटी में शामिल पर्यावरण विदो ने स्याबा मोटर मार्ग का निरीक्षण किया। उक्त मोटर मार्ग के निर्माण पर वर्ष 2020 में रोक लगा दी गई थी। ग्रामीण लंबे समय से सड़क निर्माण कार्य पूर्ण किए जाने की मांग कर रहे थे।

शायद पर्यावरण विदों को मालूम नहीं कि सड़क न होने का खामियाजा आज भी स्याबा गांव के ग्रामीण भुगत रहे हैं।
वर्ष 2019 में स्याबा गांव के लिए करीब 6 किमी सड़क स्वीकृत हुई थी। इसी वर्ष नवंबर माह से सड़क निर्माण के लिए कटिंग कार्य भी शुरु हुआ था। करीब 5 किमी कटिंग कार्य भी पूर्ण हो चुका था। लेकिन पर्यावरणीय कारणों के चलते भागीरथी ईको सेंसटिव जोन मॉनीटरिंग कमेटी ने सड़क निर्माण पर रोक लगा दी थी। उसके बाद से ग्रामीण रोक हटाए जाने की मांग कर रहे थे। मंगलवार को भागीरथी इको सेंसटिव जोन मॉनीटरिंग कमेटी ने सड़क का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही समरेखण भी किया है। जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने बताया कि ग्रामीणों से भी सलाह मशवरा लिया गया है। कमेटी अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। निरीक्षण के दौरान गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान सहित संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। जिला पंचायत सदस्य चंदन पंवार ने बताया कि उम्मीद है कि सड़क निर्माण पर लगी रोक हट जाएगी। जल्द ही सड़क निर्माण कार्य पूर्ण कर दिया जाएगा।