कोरोना काल के चलते पिछले 2 सालों से नहीं हुआ माघ मेले का आयोजन
उत्तरकाशी।
जनपद का पौराणिक व ऐतिहासिक माघ मेले के आयोजन पर अभीतक संशय के बादल छाए हैं। 21 दिसंबर को माघ मेला होना है या माघ मेला कौन कराएगा स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
जिला पंचायत ने मेले के आयोजन पर निर्णय व रूपरेखा तय करने के लिए बैठक बुलाई है। माघ मेले का शुभारंभ हर साल मकर संक्रांति के पावन पर्व से होता है। कोरोना काल के चलते पिछले दो वर्ष से मेले का आयोजन नहीं हो पाया है। इस बार भी मेले के आयोजन को लेकर संशय बना हुआ है।
आगामी जनवरी माह में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगनी है। ऐसे में मेले का आयोजन जिला प्रशासन कराएगा या जिला पंचायत इस पर अभीतक स्थिति स्पष्ट नहीं है। जिला पंचायत ने माघ मेले आयोजन को लेकर 21 दिसंबर को बैठक बुलाई है। ज़िला पंचायत ने बैठक में जिला प्रशासन, पालिका प्रशासन समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी बुलाए हैं।
मेले के आयोजन स्थल को लेकर भी संशय बना हुआ है, क्योंकि नगरपालिका ने रामलीला मैदान के बीचोबीच एक बड़े हिस्से में करीब 35 लाख रुपए की लागत से घास लगाई है। यदि यहां मेला हुआ, तो खेल तमाशों व मेलार्थियों की भीड़ के चलते घास नष्ट हो जाएगी। जिससे पालिका को लाखों का नुकसान होगा।
ज़िला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि मेले के आयोजन पर स्थिति स्पष्ट किए जाने को लेकर 21 दिसंबर को बैठक बुलाई गई है। बैठक में जिला प्रशासन, पालिका प्रशासन के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधि भी शामिल रहेंगे।