उत्तरकाशी।
यमुनोत्री राजमार्ग का कुछ हिस्सा धंसने से जानकी चट्टी में फंसे सभी बड़े वाहनों को निकाल दिया गया है। गत बुधवार को राजमार्ग रानाचट्टी के पास क्षतिग्रस्त हो गया था।
जिसे एनएच ने चौबीस घण्टो की कड़ी मशक्कत के बाद खोल दिया था, लेकिन कुछ समय बाद बड़े वाहन नहीं निकलने कारण राजमार्ग अवरुद्ध हो गया। बीते शुक्रवार रात को एनएच ने कड़ी मशक्क्त कर राजमार्ग को बड़े वाहनों की आवजाही के लिए तैयार किया। जिसके बाद सबसे पहले धाम की ओर फंसे बड़े वाहनों को निकाला गया। हालांकि यहां बड़े वाहनों की आवाजाही अभी भी जोखिम भरी है। राजमार्ग को पूर्ण रूप से मरम्मतीरण तक प्रशासन ने यहां बड़े वाहनों की आवाजााही पर रोक लगाई है।
यमुनोत्री धाम से करीब 18 किमी पहले स्यानाचट्टी और रानाचट्टी के बीच यमुनोत्री हाईवे का पुश्ता ढहने से धंस गया था। बीते बृहस्पतिवार को जब हाईवे दोबारा धंसा तो प्रशासन ने हाईवे पर तीन दिनों के लिए बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद एनएच की टीम ने हाईवे की मरम्मत का काम दोबारा शुरू किया,उधर आज शनिवार शाम को प्रशासन ने जानकीचट्टी में फंसे यात्रियों को निकाल दिया। लेकिन शनिवार सुबह हाईवे बंद होने से धाम की ओर जानकी चट्टी में फंसे यात्रियों के सब्र का बांध टूट गया था। उन्होंने प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यात्रियों ने चारधाम यात्रा व्यवस्था के खिलाफ भी आक्रोश जताया। कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं दी जा रही है कि आखिर कब हाईवे खुलेगा।