उत्तरकाशी।
डुंडा के फोल्ड गांव में फर्जी तोक में फर्जी रास्ता निर्माण कार्य दिखाकर दो लाख की धनराशि हड़पने का मामला प्रकाश में आया है। बीडीओ की जांच में पुष्टि होने पर सीडीओ कार्यालय से तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी के निलंबन की संस्तुति की गई है। सीडीओ के निरीक्षण के दौरान मामले का खुलासा हुआ था।
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मामला वर्ष 2020-21 का बताया जा रहा है। फोल्ड गांव में विधायक निधि से रास्ता निर्माण में फर्जीवाड़ा किया गया है। यहां विधायक निधि के तहत दोधाधार तोक में 2 लाख की लागत से रास्ता निर्माण कार्य दिखाया गया है। जिसके लिए तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी ने डीडीओ कार्यालय से लागत राशि का 70 फीसदी भुगतान भी प्राप्त किया है। नियमानुसार निर्माण कार्य पूर्ण होने पर 70 लाख का भुगतान किया जाता है। इसके बाद कार्य की भौतिक जांच के बाद शेष 30 फीसदी राशि का भुगतान किया जाता है। कुछ माह पूर्व उक्त निर्माण कार्य के शेष 30 फीसदी भुगतान के लिए फाइल सीडीओ कार्यालय पहुुंची थी। बीते 17 फरवरी को फोल्ड गांव में एक कार्यक्रम के शिरकत करने सीडोओ गौरव कुमार पहुंचे थे। इसी दौरान सीडीओ ने वर्ष 2020-21 में निर्मित रास्ते का निरीक्षण करने का भी निर्णय लिया। लेकिन जानकारी जुटाने पर पता चला कि फोल्ड गांव में कोई दोधाधार तोक ही नहीं है और न ही कोई रास्ता निर्माण हुआ। जिस पर सीडीओ ने मामले की विस्तृत जांच के लिए बीडीओ डुंडा राकेश बिष्ट को निर्देश दिए। बीडीओ की जांच में भी फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई। जिस पर कार्रवाई करते हुए सीडीओ गौरव कुमार ने तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी के निलंबन की संस्तुति डीडीओ से की है। सीडीओ गौरव कुमार ने बताया कि विकासखंड डुंडा के फोल्ड गांव में वर्ष 2020-21 में विधायक निधि के तहत रास्ता निर्माण के नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया है। फर्जी तोक में फर्जी रास्ता निर्माण दिखाकर धनराशि हड़पी गई है। फोल्ड गांव के तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी के निलंबन की संस्तुति डीडीओ से की गई है।