उत्तरकाशी।
गाजणा पट्टी के सिरी गांव में अब कोई भी ग्रामीण शादी-विवाह व अन्य किसी समारोह में शराब नहीं पिलाएगा। शादी विवाह में यदि कोई आयोजक शराब परोसते हुए पाया गया तो उस पर 51 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। यह फैसला ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान जीतम रावत की अध्यक्षता में आयोजित खुली बैठक सर्व सहमति से लिया।
क्षेत्र की युवा पीड़ी को नशे दूर रखने के लिए गाजणा पट्टी के सिरी के ग्रामीणों ने पंचायत की खुली बैठक में बड़ा फैसला लिया है। रविवार को ग्राम प्रधान जीतम रावत की अध्यक्षता में युवक मंगल, महिला मंगल दल व वार्ड सदस्यों की बैठक आहूत की गई। बैठक में गांव व क्षेत्र को नश मुक्त बनाने के लिए शादी विवाह और चूड़ाक्रम में जैसे समारोह में शराब नहीं पिलाने का निर्णय लिया गया। बैठक में शामिल ग्रामीणों ने एक स्वर में शराब पर प्रतिबंध लगाया। साथ ही यह निर्णय लिया कि गांव में प्रतिबंद के फैसले के बाद भी शराब परोसने वाले आयोजकों पर 51 हजार रुपये जुुर्माना दंड के रुप में लगाया जाएगा। ग्राम प्रधान जीतम रावत ने बताया कि क्षेत्र में शादी-विवाह और अन्य समारोह में शराब का प्रचलन लगातार बढ़ रहा है। जिससे क्षेत्र की युवा पीड़ी नशे की लत में फंस रही है। नशे पर अकुंश लगाने के लिए ग्रामीणों की सहमति के बाद ग्राम सभा में शराब प्रतिबंधित करने का फैसला लिया गया। बैठक में हुकम सिंह राणा, बलवीर सिंह, रतन सिंह, गोविंद सिंह, महिला मंगल दल अध्यक्ष भुवनेश्वरी देवी, पुष्पा देवी दलवीर सिंह, बिजेंद्र सिंह,दीपक रावत,संजय राणा, हरि सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूूद रहे।
-शादी समारोह में शराब पिलाने वाले आयोजक पर लगेगा 51 हजार का जुर्माना