भारतीय वन्यजीव संस्थान की मानें तो पार्क क्षेत्र से कुत्तों को हटाना बेहद जरुर
उत्तरकाशी।
जनपद के उच्च हिमालय क्षेत्र में स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क नेशनल पार्क में जंगली बने पालतु कुत्ते संरक्षित वन्यजीवों के लिए खतरा बन गए हैं। जिससे वन्यजीवों का जीवन संकट में हैं। भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के वैज्ञानिकों की मानें तो यहां 5 हजार मीटर की ऊंचाई तक ऐसे कुत्ते दिखे हैं। जो घुरड़, काकड़, चीतल, सांभर और अरगली भेड़ जैसे वन्यजीवों पर हमला कर रहे हैं। इन कुत्तों से हिम तेंदुओं को भी खाना जुटाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। वैज्ञानिकों ने वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए पार्क क्षेत्र से इन कुत्तों को हटाने और उनकी नसबंदी को जरुरी बताया है।
आपको बता दें कि गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में बकरी चरवाहों के साथ पालतु कुत्ते भी पहुंचते हैं। जो सेना और आईटीबीपी कैंपों के बाहर बचा-खुचा खाना मिलने से वहीं रहने लगते हैं। जो धीरे-धीरे जंगली बनने के साथ पार्क क्षेत्र में अपनी तादात बढ़ा रहे हैं। पालतु से जंगली बनने वाले ये कुत्ते पार्क क्षेत्र के वन्यजीवों के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। भारतीय वन्यजीव संस्थान के लुत्पप्राय प्रजाति प्रबंधन विभाग में वैज्ञानिक डा.एस सत्या कुमार ने बताया कि संस्थान की ओर से नेलांग घाटी में लगाए गए ट्रैप कैमरे में 5 हजार मीटर तक भी ऐसे कुत्ते दिखे हैं। उन्होंने बताया कि ये कुत्ते घुरड़, काकड़, चीतल, सांभर और अरगली भेड़ पर हमला करते हैं। जिससे उनका जीवन संकट में पड़ जाता है। हाल में, नेलांग घाटी से लौटी व संस्थान से जुड़ी शोधार्थी डा.रंजना पाल का कहना है कि झुंड में ये कुत्ते हिम तेंदुओं के शिकार को भी छिनाछपटी कर छिन लेते हैं। जिससे हिम तेंदुओं को भी खाना जुटाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
कुत्तों को हटाने के सुझाव पर अभीतक नहीं हुआ अमल
भारतीय वन्यजीव संस्थान ने पिछले वर्ष गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन को नेलांग घाटी के पीडीए, सुमना व मंडी के प्रतिबंधित क्षेत्रों से कुत्तों को हटाने का सुझाव दिया था। लेकिन पार्क प्रशासन ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। यहां खानाबदोश चरवाहों ने पार्क क्षेत्र में दुर्लभ अरगली भेड़ कम दिखने की सूचना दी थी। इसकी वजह भी इन कुत्तों के हमलों को बताया जा रहा था।
वैज्ञानिक भारतीय वन्यजीव संस्थान के डा.एस.सत्या कुमार ने बताया कि किसी भी राष्ट्रीय पार्क में ऐसे कुत्तों का रहना बहुत ही खतरनाक है। इन कुत्तों को पार्क क्षेत्र से बाहर निकालने के साथ इनकी नसबंदी जरुरी है।