उत्तरकाशी।
जिला मुख्यालय में तांबाखाणी सुरंग रखरखाव के अभाव में बदहाल होती जा रही है। आलम ये है कि सुंरग में लाइट के बल्ब खराब होकर लटक गए है। पानी के रिसाव से गंदगी पसरी है। लेकिन जिला प्रशासन के बड़े नुमाइंदे इसकी सुध लेने को तैयार नहीं है, ऐसे में डबल इंजन की सरकार के रहते हुये लोग…?
वरुणावत आपदा के बाद शहर के मुहाने पर करोड़ों की लागत से 358 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया गया था, लेकिन अब सुरंग रखरखाव के अभाव में बदहाल होती जा रही है। सुरंग में कहीं लाइट के टूटे हुए बल्ब लटक रहे हैं, तो कहीं रिफलेक्टर टूटे हुए हैं। सुुरंग के अंदर सफाई भी नहीं होती। इसके साथ ही कई जगह पानी के रिसाव से गंदगी का आलम है। प्रशासन की अनदेखी के चलते सुरंग बदहाल होती जा रही है। यदि जल्द ही सुरंग की सुध नहीं ली गई, तो यह जर्जर स्थिति में पहुंच जाएगी। वहीं बीआरओ का कहना है कि सुरंग के दोनों ओर से एनएच उनके कार्य क्षेत्र में है, लेकिन सुरंग उनके अधिकार में नहीं है। बीआरओ का कहना है कि सुुरंग हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इसलिए हम यहां कोई कार्य नहीं करा सकते।
