उत्तरकाशी।
डोकरानी बामक ग्लेश्यिर क्षेत्र में रेस्क्यू टीम ने अभीतक 26 प्रशिक्षु पवर्तारोहियों के शव बरामद कर लिए हैं। द्रौपती का डांडा टू में तीन प्रशिक्षु के खोजबीन में रेस्क्यू अभियान अभी जारी है। आज चार शवों में द्रौपती का डांडा टू बैस कैंप से उत्तरकाशी जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम व गार्ड ऑफ आर्नर देने के बाद जिला प्रशासन शवों को परिजनों को सौंप दिया है।

शुक्रवार को द्रौपती के डांडा टू में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वायु सेना, निम व हॉज की रेस्क्यू टीम ने 7 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों के शव बरामद किए। बीते गुरुवार को रेस्क्यू दल दिनभर चले सर्च अभियान के दौरान 15 शव बरामद किए थे। जबकि चार शव घटना की के दिन ही बरामद हो चुके थे। अभितक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में 26 शव बरामद हो चुके हैं। जबकि तीन शवों की तलाश में रेस्क्यू अभियान जारी हैं। आज द्रौपती का डांडा टू बैस कैंप से वायु सेना चीता हैलीकॉप्टर ने एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल, नौमी रावत, अजय बिष्ट व शिभम कैंथोला का शव हर्षिल पहुंचाया गया। जिसके बाद सेना की एंबुलेंस उत्तरकाशी जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंपा गया।

द्रौपती का डांडा टू क्षेत्र में मौसम खराब होने के कारण 22 शव बैस कैंप में रखे गए है। जिन्हें मौसम ठीक होने के बाद वायु सेना के हैलीकॉप्टर से उत्तरकाशी पहुंचाया जाएगा।
जिला अस्पताल में चार शव आने पर गमगीन रहा माहौल
उत्तरकाशी।
जिला अस्पताल में चार प्रशिक्षु पर्वतारोहियों के शव पहुंचने पर कुछ देर तक माहौल गमगीन रहा है। शव देख परिजन रोते फफकते एक दूसरे को ढांढस बांधते रहे। जिला अस्पताल में जिला प्रशासन ने पोस्टमार्टम के बाद चार शवों को पुष्पांजलि देकर गार्ड ऑफ आर्नर दिया। इस मौके पर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।