उत्तरकाशी।
सुक्की टॉप क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने चार धाम परियोजना के तहत बीआरओ की विचाराधीन टनल का विरोध किया है। पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि यहां टनल बनने से क्षेत्र के चार गांवों की व्यवसायिक गतिविधियों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेज कर क्षेत्र केे चारधाम योजना से जोड़े रखने की मांग की है।
सुप्रीम कोर्ट से भारत-चीन सीमा पर सड़क की चौड़ाई बढाए जाने अनुमति के बाद बीआरओ उत्तरकाशी जनपद में चारधाम परियोजना का कार्य शुरु करने की तैयारी कर रहा है। जिसके लिए बीआरओ ने कार्ययोजना बनानी शुरु कर दी है।
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुक्कीटॉप के मोड़ों वाले क्षेत्र से झाला तक बीआरओ टनल निर्माण किए जाने पर विचार कर रही है। जिससे गंगोत्री तक का सफर आराम दायक होने के साथ ही 10 किमी दूरी भी कम हो जाएगी। बीआरओ का कहना है कि इस क्षेत्र में सर्दियों में काफी बर्फ रहने से अक्सर यहां रास्ता बंद रहता है। हालांकि बीआरओ के अधिकारियों का यह भी कहना है कि सुक्की टॉप वाले क्षेत्र में सड़क मार्ग भी रहेगा। समय-समय पर इस मार्ग का रख रखाव भी किया जाएगा। लेकिन अब सुक्की टॉप क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधि टनल के विरोध में लामबंद हो गए है। स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने डीएम मयूर दीक्षित के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा है। जिला पंचायत सदस्य जयमाला रौतेला, क्षेत्र पंचायत सदस्य हरिका रौतेला, ग्राम प्रधान झाला सुरजा देवी आदि ने कहा कि टनल बनने से सुक्की, जसपुुर, पुराली व झाला गांव की व्यावसायिक गतिविधियां प्रभावित होंगी। जिससे इन गांवों के करीब 25 सौ की आबादी पर बुरा प्रभाव पड़ेेगा।
ज्ञापन भेजने वालों में क्षेत्र पंचायत सदस्य रोशनी, ग्राम प्रधान जसपुर हरीश राणा, ग्राम प्रधान पुराली बीना, मदन डोगरा, भवान सिंह राणा, कुशाल सिंह नेगी, कृष्णाराम सेमवाल, माधवेंद्र रावत, भारत सिंह रावत आदि शामिल थे।
