नई दिल्ली।
दुनिया में पहले मुर्गी आई या अंडा यह सवाल सालों से पूछा जाता रहा है. ब्रिटेन की शेफील्ड और वारविक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में इसका जवाब दिया है, ब्रिटेन की शेफील्ड और वारविक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस पर रिसर्च किया। शोधकर्ता डॉ. कोलिन फ्रीमैन का कहना है, लंबे समय से इसका जवाब नहीं मिल पा रहा था कि पहले कौन आया, लेकिन रिसर्च के बाद यह साबित हुआ है कि दुनिया में पहले मुर्गी ही आई थी।
शोधकर्ताओं ने यह पता लगाने के लिए हाई-टेक कम्प्यूटर HECToR का इस्तेमाल किया. इसके जरिए अंडे के खोल का मॉलिक्युलर स्ट्रक्चर समझा गया. रिसर्च के दौरान पाया गया कि OC-17 प्रोटीन की मदद से कैल्शियम कार्बोनेट अंडे के खोल में कंवर्ट होने लगता है. धीरे-धीरे यह खोल सख्त होने लगता है और इसमें कैल्सिट क्रिस्टल पाए जाते हैं।
शोधकर्ता डॉ. कोलिन का कहना है, कैल्सिट क्रिस्टल मुर्गियों की हड्डियों और अंडे के खोल में पाया जाता है. जब अंडा पूरी तरह से तैयार हो जाता है तो यह बाहर आ जाता है. ज्यादातर मुर्गियां हर 24 से 36 घंटे में अंडे देती हैं। ताजे अंडों को रोजाना हटा देना चाहिए।
पहले मुर्गी आई या अंडा, इसका जवाब तो मिल गया है लेकिन दुनिया में मुर्गी कैसे विकसित हुई, इसका जवाब मिलना अभी बाकी है…?
नितिन चंद रमोला
संपादक